IoT Notes in Hindi, Rajasthan Polytechnic 5th Sem IoT Chapter 4 notes in hindi

हैलो दोस्तों, स्वागत है आप सभी का Rajasthan Polytechnic BTER ब्लॉग पर । आज आपको इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से Rajasthan Polytechnic 5th Sem के IoT किताब के अध्याय 4 के notes हिन्दी में उपलब्ध करवाने की  कोशिश कि है । आशा है आपकी इन Notes  से आने वाले exams में मदद होगी । 

UNIT 4: IoT का Raspberry Pi के साथ कार्यान्वयन और डेटा हैंडलिंग एनालिटिक्स

4.1 Raspberry Pi के साथ IoT का कार्यान्वयन

Raspberry Pi क्या है?

Raspberry Pi एक छोटा, कम कीमत वाला कंप्यूटर है जो कई प्रकार की परियोजनाओं के लिए उपयोग किया जा सकता है, खासकर IoT में। यह विभिन्न सेंसर और डिवाइस के साथ इंटरफेस करने की क्षमता रखता है।

Raspberry Pi के मुख्य तत्व

  1. CPU: ARM प्रोसेसर, जो इसे तेज गति और ऊर्जा दक्षता प्रदान करता है।
  2. RAM: अलग-अलग वेरिएंट में उपलब्ध, जैसे 1GB, 2GB, और 4GB।
  3. GPIO पिन: सामान्य प्रयोजन इनपुट/आउटपुट पिन, जो विभिन्न सेंसर और उपकरणों के साथ इंटरफेस करने में मदद करते हैं।
  4. USB पोर्ट: कीबोर्ड, माउस और अन्य USB डिवाइस कनेक्ट करने के लिए।
  5. HDMI पोर्ट: मॉनिटर के लिए।
  6. Ethernet/Wi-Fi: नेटवर्क कनेक्टिविटी के लिए।

IoT में Raspberry Pi का उपयोग

  • सेंसिंग: Raspberry Pi विभिन्न प्रकार के सेंसर जैसे तापमान, आर्द्रता, और गति के साथ डेटा एकत्र कर सकता है।
  • क्लाउड कनेक्टिविटी: Raspberry Pi को इंटरनेट से कनेक्ट किया जा सकता है, जिससे डेटा को क्लाउड पर अपलोड किया जा सके।
  • डाटा प्रोसेसिंग: Raspberry Pi पर डेटा को प्रोसेस किया जा सकता है, जिससे रियल-टाइम एनालिटिक्स संभव है।

उदाहरण परियोजनाएँ

  • स्मार्ट होम: तापमान और प्रकाश की स्थिति के अनुसार स्वचालित नियंत्रण।
  • स्मार्ट एग्रीकल्चर: मिट्टी की नमी और तापमान की निगरानी।

4.2 डेटा हैंडलिंग एनालिटिक्स

डेटा एनालिटिक्स क्या है?

डेटा एनालिटिक्स वह प्रक्रिया है जिसमें डेटा का विश्लेषण किया जाता है ताकि उपयोगी जानकारी प्राप्त की जा सके। यह IoT सिस्टम में महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे वास्तविक समय में डेटा की समझदारी बढ़ती है।

डेटा हैंडलिंग के चरण

  1. डेटा संग्रहण: विभिन्न स्रोतों से डेटा एकत्र करना (जैसे सेंसर, सर्वर)।
  2. डेटा प्रीप्रोसेसिंग: डेटा को साफ़ करना और अनावश्यक जानकारी को हटाना।
  3. डेटा एनालिसिस: विभिन्न तकनीकों का उपयोग करके डेटा का विश्लेषण करना, जैसे:
    • स्टैटिस्टिकल एनालिसिस: औसत, मीडियन, मोड का उपयोग करके डेटा की विशेषताएँ ज्ञात करना।
    • मशीन लर्निंग: पैटर्न पहचानने और भविष्यवाणियाँ करने के लिए एल्गोरिदम का उपयोग।

एनालिटिक्स के उपयोग

  • प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स: भविष्य में होने वाली घटनाओं की भविष्यवाणी करना।
  • डेसिशन सपोर्ट: बेहतर निर्णय लेने में मदद करने के लिए डेटा का उपयोग।

डेटा सुरक्षा

डेटा हैंडलिंग में सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। एन्क्रिप्शन, एक्सेस कंट्रोल, और अन्य सुरक्षा उपायों का पालन करना आवश्यक है।

यह Notes Rajasthan Polytechnic के Syllabus के अनुसार है । 

अगर आपको और किसी विषय के Notes चाहिए हो तो Comment में लिख कर बताए । 

धन्यवाद 

गरिमा कंवर 

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