✅ 3.1 मरम्मत सामग्री के प्रकार और चयन (Types of Repair Material & Material Selection)
मरम्मत सामग्री के प्रकार:
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बाइंडर्स (Binders):
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सीमेंट, लाइम, एपॉक्सी, पॉलिमर रेजिन।
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फिलर मटेरियल्स:
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सैंड, मोर्टार, पुट्टी, ग्राउट।
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बॉन्डिंग एजेंट्स:
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एपॉक्सी, लेटेक्स, पॉलीमर इमल्शन।
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कोटिंग्स:
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वाटरप्रूफिंग कोट, एंटी-करप्शन पेंट।
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सुदृढ़ीकरण मटेरियल:
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स्टील मेश, वायर फैब्रिक, फेरो-सीमेंट प्लेटें।
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सामग्री का चयन करते समय ध्यान देने योग्य बातें:
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मरम्मत का उद्देश्य (संरचनात्मक/सौंदर्य)।
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पुरानी सामग्री से मिलान (क्लर, टेक्सचर)।
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जलवायु, स्थान और लोडिंग कंडीशन।
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उपलब्धता, लागत और लागू करने में आसानी।
✅ 3.2 मरम्मत सामग्री की मुख्य विशेषताएँ (Essential Parameters)
1. सब्सट्रेट से अच्छा बॉन्ड (Bond with Substrate):
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नई सामग्री को पुराने ढांचे से अच्छी तरह चिपकना चाहिए।
2. टिकाऊपन (Durability):
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दीर्घकालिक प्रभाव के लिए सामग्री जल, मौसम, रासायनिक क्रिया के विरुद्ध मजबूत होनी चाहिए।
3. थर्मल संगतता:
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पुरानी और नई सामग्री के थर्मल एक्सपेंशन गुण मिलते-जुलते हों।
4. कार्यक्षमता (Workability):
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सामग्री को आसानी से लगाया जा सके।
✅ 3.3 जलरोधक सामग्री (Waterproofing Materials)
3.3.1 पॉलिमर संशोधित सीमेंट स्लरी (Polymer Modified Cement Slurry)
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सीमेंट में अॅक्रेलिक पॉलिमर मिलाकर बनाई जाती है।
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छतों, टेरेस, बेसमेंट आदि के लिए उपयुक्त।
3.3.2 यूवी प्रतिरोधक एक्रेलिक पॉलिमर (UV Resistant Acrylic Polymer)
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सूरज की किरणों से खराब नहीं होता।
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बाहरी दीवारों और टेरेस के लिए उपयुक्त।
3.3.3 फेरो-सीमेंट (Ferro-cement)
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पतली स्टील जाली + सीमेंट मोर्टार।
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जलरोधी, मजबूत और लचीला।
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टैंकों, छत, दीवारों में उपयोग।
✅ 3.4 मैसनरी के लिए मरम्मत सामग्री (Repairing Materials for Masonry)
3.4.1 प्लास्टिक/एल्युमिनियम निप्पल (Plastic/Aluminum Nipples)
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दरारों में इंजेक्शन ग्राउटिंग के लिए प्रयोग।
3.4.2 नॉन-श्रिंक सीमेंट (Non-Shrink Cement)
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सूखने पर सिकुड़ता नहीं, जिससे क्रैक नहीं आता।
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दरार भरने में उत्तम।
3.4.3 पॉलिएस्टर पुट्टी या 1:3 सीमेंट बालू मोर्टार
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सतही दरारों और प्लास्टर सुधारने में उपयोग।
3.4.4 गैल्वनाइज्ड स्टील वायर फैब्रिक और क्लैम्पिंग रॉड्स
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दरारों को जोड़ने व मजबूत करने के लिए।
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क्रैक ब्रिजिंग में उपयोग।
3.4.5 वायर नेल्स (Wire Nails)
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जोड़ को मजबूती देने व दीवार को पकड़ने में सहायक।
3.4.6 फेरो-सीमेंट प्लेट्स (Ferro-Cement Plates)
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कोनों और कमजोर हिस्सों में सुदृढ़ीकरण हेतु।
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थिन प्लेट्स जो दरारें रोकती हैं।
✅ 3.5 RCC के लिए मरम्मत सामग्री (Repairing Materials for RCC)
3.5.1 एपॉक्सी रेजिन (Epoxy Resins)
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हाई स्ट्रेंथ, तेजी से जुड़ने वाली रसायनिक सामग्री।
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क्रैक इंजेक्शन, स्टील बॉन्डिंग में प्रयोग।
3.5.2 एपॉक्सी मोर्टार (Epoxy Mortar)
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एपॉक्सी + सैंड से बना मोटा पेस्ट।
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बड़ी दरारों, बीम और कॉलम की मरम्मत में उपयोग।
3.5.3 पॉलीप्रोपाइलीन व सिलिकॉन मिला सीमेंट मोर्टार
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अधिक लचीलापन और जलरोधकता।
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वाटर टैंक, बाथरूम के लिए आदर्श।
3.5.4 पॉलिमर कंक्रीट कंपोजिट (Polymer Concrete Composites)
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पॉलिमर से भरपूर कंक्रीट, जो केमिकल और वाटर रेसिस्टेंट होता है।
3.5.5 सीलेंट्स (Sealants)
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दरारों को भरने वाले फ्लेक्सिबल पदार्थ।
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सिलिकॉन, ऐक्रेलिक बेस्ड।
3.5.6 फाइबर रिइंफोर्स्ड कंक्रीट (FRC)
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फाइबर मिलाकर मजबूत और दरार प्रतिरोधक कंक्रीट।
3.5.7 इमल्शन और पेंट्स (Emulsions and Paints)
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वाटरप्रूफिंग और सुंदरता के लिए।
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एंटी-फंगल, यूवी रेजिस्टेंट।
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