4. Low Cost Rural Roads (कम लागत वाली ग्रामीण सड़कें )

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Written by Garima Kanwar | Blog: Rajasthan Polytechnic


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Subject: Rural Construction Technology CE 40072 (Same as CC 40072)

Branch: Civil Engineering 🏗️
Semester: 4th Semester 📚

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4. कम लागत वाली ग्रामीण सड़कें 🚜

कम लागत वाली ग्रामीण सड़कें ग्रामीण इलाकों को शहरी केंद्रों से जोड़ने और पहुँच में सुधार करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये सड़कें सस्ती और टिकाऊ डिज़ाइन की जाती हैं। ये माल, सेवाओं और यहां तक कि सामाजिक गतिविधियों जैसे शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल के लिए आवश्यक हैं। चूंकि ग्रामीण सड़कें आमतौर पर हाईवे से कम यातायात सहन करती हैं, इनका निर्माण साधारण सामग्री, किफायती तकनीकों और मिट्टी और मौसम की स्थितियों के अनुसार किया जाता है।


4.1 सड़क की परतों की विस्तृत श्रेणियाँ 🛤️

सड़क की संरचना को पक्का बनाने के लिए सड़क पर कई परतें डाली जाती हैं। हर परत की एक विशेष भूमिका होती है, जो सड़क को स्थिरता, लोड वितरण और मजबूती प्रदान करती है।

  1. सब-ग्रेड परत 🌱:

    • क्या है: यह प्राकृतिक मिट्टी या पृथ्वी की परत है जिस पर सड़क का निर्माण होता है। यह सड़क की नींव के रूप में काम करती है।
    • महत्व: इस परत को समतल और संकुचित किया जाता है ताकि यह स्थिर रहे और समय के साथ बसावट से बचा जा सके। अगर मिट्टी कमजोर हो, तो उसे स्थिर बनाने के लिए सीमेंट या चूने जैसे एडिटिव्स का उपयोग किया जाता है।
    • उदाहरण: यदि मिट्टी रेतीली या कमजोर है, तो यह वाहन के वजन का समर्थन नहीं कर सकती। ऐसे में इसे सुधारने के लिए मिट्टी स्थिरीकरण का इस्तेमाल किया जाता है।
  2. सब-बेस परत 🪶:

    • क्या है: यह परत सब-ग्रेड पर डाली जाती है और आमतौर पर रेत, बजरी या कुचले हुए पत्थरों जैसी बल्क सामग्रियों से बनी होती है।
    • महत्व: यह परत सड़क को मजबूती देती है और यातायात के भार को समान रूप से वितरित करने में मदद करती है। यह जल निकासी में भी मदद करती है, ताकि पानी सड़क के निचले हिस्सों में जमा न हो।
    • उदाहरण: ग्रामीण सड़कों में सब-बेस के लिए आमतौर पर बजरी या कुचले हुए पत्थरों का उपयोग किया जाता है। इस परत को समतल और संकुचित किया जाता है।
  3. बेस परत 🪙:

    • क्या है: यह परत सब-बेस के ऊपर डाली जाती है और इसे मजबूत सामग्रियों से बनाया जाता है, जैसे उच्च गुणवत्ता वाले कंक्रीट या पत्थर।
    • महत्व: यह परत सड़क की मजबूती और कठोरता प्रदान करती है। यह सुनिश्चित करती है कि सड़क यातायात के दबाव को सहन कर सके और उसमें कोई भी विकृति न हो।
    • उदाहरण: यहां पर कुचले हुए पत्थर या उच्च गुणवत्ता वाली बजरी का उपयोग किया जाता है। यह परत पूरी तरह से संकुचित की जाती है ताकि अधिकतम मजबूती प्राप्त की जा सके।
  4. सतह परत 🌟:

    • क्या है: यह वह शीर्ष परत है जो सीधे यातायात के संपर्क में आती है। यह परत एस्थाल्ट (bitumen), कंक्रीट, या यहां तक कि बजरी से भी बन सकती है।
    • महत्व: यह परत सड़क को चिकना और सुरक्षित बनाती है। यह पहनने, पानी के प्रवेश और मौसम के प्रभाव से बचने के लिए मजबूत होनी चाहिए।
    • उदाहरण: ग्रामीण सड़कों के लिए, सतह परत एक साधारण बिटुमिनस सतह (bituminous surface dressing, BSD) या बजरी हो सकती है।

4.2 ग्रेन्युलर सब-बेस और बेस की श्रेणियाँ 🪨

ग्रेन्युलर सामग्री का उपयोग सड़क के निर्माण में सब-बेस और बेस परतों को बनाने के लिए किया जाता है। इन सामग्रियों का एक विशिष्ट ग्रेड और गुणवत्ता होनी चाहिए ताकि यह पर्याप्त मजबूती प्रदान कर सकें।

  1. ग्रेन्युलर सब-बेस (GSB) 🏗️:

    • क्या है: यह सामग्री कुचले हुए पत्थर, बजरी, और रेत से बनी होती है। इन सामग्रियों को मिलाकर ग्रेड किया जाता है ताकि वे यातायात के लोड को प्रभावी तरीके से वितरित कर सकें।
    • महत्व: GSB सड़क को मजबूती प्रदान करता है और यह पानी को भी बाहर जाने की अनुमति देता है, जिससे सड़क की स्थिरता बढ़ती है।
    • उदाहरण: GSB में कुचले हुए पत्थर का उपयोग किया जाता है, जो तेज और कोणीय होते हैं ताकि उन्हें अच्छे से संकुचित और आपस में जोड़ा जा सके।
  2. ग्रेन्युलर बेस (GB) 🔨:

    • क्या है: यह परत GSB के ऊपर डाली जाती है और इसमें मजबूत मिश्रण का उपयोग किया जाता है, जैसे कुचले हुए पत्थर या बजरी।
    • महत्व: यह परत सड़क की मजबूती और स्थिरता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह यातायात के लोड को वितरित करने और सड़क की विकृति को रोकने में मदद करती है।
    • उदाहरण: इस परत में ऐसी बजरी का उपयोग किया जाता है, जो विभिन्न आकारों के कंकड़ों से बनी हो ताकि यह बेहतर तरीके से संकुचित हो सके।

4.3 ग्रामीण सड़कों के सतह के निर्माण के लिए IRC कोड के अनुसार दिशानिर्देश 📜

भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) सड़क निर्माण के लिए मानक और दिशानिर्देश प्रदान करती है। ये दिशानिर्देश यह सुनिश्चित करते हैं कि सड़कें प्रभावी, सुरक्षित और किफायती तरीके से बनाई जाएं। ग्रामीण सड़कों के लिए IRC कई तरह के सतह निर्माण विकल्प प्रदान करता है, जो यातायात की मात्रा, मिट्टी की प्रकार और मौसम की स्थितियों के आधार पर होते हैं।

कुछ मुख्य दिशानिर्देश:

  1. सतह निर्माण सामग्री का चयन 🏞️:

    • यातायात की मात्रा और सड़क की स्थिति के आधार पर विभिन्न सामग्रियों का चयन किया जाता है।
    • कम यातायात वाली सड़कों में बजरी, मिट्टी-सीमेंट या अन्य स्थानीय सामग्री का उपयोग किया जा सकता है।
    • ज्यादा यातायात वाली सड़कों में मजबूत सतह की आवश्यकता होती है, जैसे बिटुमिनस या कंक्रीट की सड़कों।
    • उदाहरण: यदि सड़क पर हल्का यातायात है, तो मिट्टी-सीमेंट की सतह उपयोगी हो सकती है, लेकिन अगर यातायात ज्यादा है, तो बिटुमिनस सतह की आवश्यकता हो सकती है।
  2. यातायात का डिजाइन वॉल्यूम 📊:

    • सड़क का डिज़ाइन उस पर प्रति दिन आने वाले वाहनों की संख्या के आधार पर किया जाता है।
    • कम यातायात वाली सड़कों के लिए साधारण, सस्ती सतहें बनाई जा सकती हैं, जबकि ज्यादा यातायात वाली सड़कों को अधिक टिकाऊ सड़कें चाहिए होती हैं।
    • उदाहरण: अगर सड़क पर 100 से कम वाहन प्रति दिन आते हैं, तो बजरी या मिट्टी-सीमेंट की सतह का इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं, अगर यातायात 1,000 वाहन या उससे ज्यादा है, तो बिटुमिनस या कंक्रीट सतह का निर्माण किया जाएगा।
  3. गुणवत्ता नियंत्रण 🛠️:

    • उपयोग की जाने वाली सामग्री उच्च गुणवत्ता की होनी चाहिए और IRC के मानकों के अनुरूप होनी चाहिए।
    • सही परीक्षण और निरीक्षण किए जाने चाहिए ताकि सामग्री निर्धारित मानकों को पूरा करे।
    • उदाहरण: बिटुमिनस के लिए, पेनिट्रेशन टेस्ट और सॉफ़्टनिंग प्वाइंट टेस्ट जैसे परीक्षण किए जाते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह सामग्री गर्मी और दबाव को सहन कर सके।
  4. रख-रखाव 🔧:

    • समय-समय पर रख-रखाव बहुत महत्वपूर्ण होता है ताकि सड़क की सतह सही स्थिति में बनी रहे और सड़क की कार्यक्षमता बनी रहे।
    • उदाहरण: ग्रामीण सड़कों पर समय-समय पर नई परत लगानी पड़ सकती है, जैसे कि बिटुमिनस सतहों पर नई कोटिंग।

4.4 प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) - योजना की मुख्य बातें 🇮🇳

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) एक सरकारी योजना है जिसका उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में सड़क कनेक्टिविटी में सुधार करना है।

मुख्य बातें:

  1. लक्ष्य 🎯:

    • PMGSY का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों को चारों मौसमों में सुलभ सड़कों से जोड़ना है।
    • यह उन गांवों को प्राथमिकता देता है जिनकी जनसंख्या 500 या उससे अधिक है।
  2. सीमा 🌍:

    • यह योजना नई सड़कों के निर्माण, पुराने सड़कों के उन्नयन और ग्रामीण सड़क नेटवर्क को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करती है।
    • उदाहरण: PMGSY के तहत एक गांव की कच्ची सड़क को बजरी या बिटुमिनस सड़क में बदला जा सकता है।
  3. वित्तपोषण 💸:

    • इस योजना के तहत केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा धनराशि का साझा वितरण किया जाता है।
    • केंद्र सरकार परियोजना की कुल लागत का 60% तक खर्च करती है।
  4. कार्यान्वयन ⚙️:

    • इस योजना का कार्यान्वयन राज्य सरकारों और स्थानीय अधिकारियों द्वारा किया जाता है।
    • उदाहरण: एक दूर-दराज के गांव में एक स्थानीय निर्माण कंपनी को PMGSY के तहत सड़क बनाने के लिए अनुबंधित किया जा सकता है।
  5. परिणाम 🏆:

    • इस योजना ने ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है, जिससे बाजारों, अस्पतालों, स्कूलों और अन्य आवश्यक सेवाओं तक पहुंच में सुधार हुआ है।
    • उदाहरण: एक गांव जो पहले खराब सड़कों के कारण अलग-थलग था, अब PMGSY के तहत अच्छे सड़क कनेक्शन से लाभान्वित हो सकता है, जिससे परिवहन और विकास के अवसर बढ़े हैं।

आरेख उदाहरण (सड़क की परतें):

_________________________ | सतह परत (Bitumen) | <--- यह सबसे ऊपरी परत है, जिस पर वाहन चलते हैं। |_________________________| | बेस परत (कुचला हुआ पत्थर) | <--- यह लोड को वितरित करती है और मजबूत करती है। |_________________________| | सब-बेस परत (बजरी) | <--- जल निकासी और स्थिरता में मदद करती है। |_________________________| | सब-ग्रेड परत (प्राकृतिक मिट्टी) | <--- यह नींव के रूप में काम करती है। |_________________________|

यह विस्तृत विवरण आपको कम लागत वाली ग्रामीण सड़कें, निर्माण की सामग्री, और सरकारी योजनाओं जैसे PMGSY को बेहतर तरीके से समझने में मदद करेगा।

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